हिन्दी दुःख भरी सायरी या

 1 टुटे हुए दिल की आवाज़ शायद दुनिया की सबसे गहरी आवाज़ होती है कभी हम इसे छुपाते-छुपाते थक जाते हैं, तो कभी इसे किसी अपने के सामने खोलने की हिम्मत नहीं कर पाते।


2 कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो बोलते नहीं, बस आँखों के कोनों में चुपचाप बैठकर हर रात को लंबा कर देते हैं।

3 कभी-कभी लगता है कि मोहब्बत कोई मौसम थी, जो आई, बरसी, और फिर अचानक किसी अनजान हवा में खो गई।


4 हम सोचते रह जाते हैं कि गलती हमारी थी, उनके जाने का वक्त गलत था,या किस्मत पहले से ही हमें किसी ऐसे मोड़ पर मोड़ रही थी,जहां दर्द ही रास्ते का पहला संकेत बोर्ड बन चुका था।


5 दिल का टूटना इतना आसान होता तो दुनिया में कोई भी रात जीना इतना भारी महसूस नहीं करता।


6 हम हंसते हैं, पर अंदर से जैसे कोई शांत तूफ़ान पनपता रहता है।लोग समझते हैं कि हम ठीक हैं, पर ठीक होना भी एक लंबी कहानी है जो सिर्फ वही समझ सकता है जो एक बार सच में टूट चुका हो।


7 किसी अपने का दूर चले जाना ऐसा लगता है जैसेघर का दरवाज़ा खुला छोड़कर कोई बिना पीछे देखे हमेशा के लिए निकल गया हो।


8 हवा आती रहती है, दरवाज़ा हिलता रहता है,पर वापस वही कदमों की आहट कभी नहीं आती जिसकी उम्मीद दिल रोज़ करता है।

9 कभी-कभी मोहब्बत सिर्फ एक याद बनकर रह जाती है,और वो याद जितनी मीठी होती है, उतना ही गहरा और चुभता हुआ उसका दर्द भी होता है।


10 लोग कहते हैं छोड़ दो, भुला दो, आगे बढ़ो…पर कोई नहीं समझता कि टूटे हुए दिल में “आगे बढ़ना” भी एक जंग जैसा होता है।

11 हमारे अंदर का एक हिस्सा आज भी उन बातों को संभाले बैठा है जो कभी हकीकत बनना चाहती थीं।


12 हमारे अंदर का एक हिस्सा उस मुस्कान को आज भी ढूंढता है जो कभी किसी खास नाम से जुड़ा था


13 हमारे अंदर का एक हिस्सा आज भी सवाल करता है—“क्यों?”पर जवाब देने वाला कोई नहीं होता।


14 दर्द का सबसे बड़ा सच यह है कि यह भी समय की तरह बदलता नहीं,बस हमारे अंदर गहरा बैठ जाता है और हमें धीरे-धीरे किसी और इंसान में बदल देता है।


15 हम मजबूत दिखते हैं, पर भीतर की कमजोरी हमें रातों को जगाए रखती है।


16 हम बढ़ते हैं, पर दिल का एक टुकड़ा वहीं रह जाता है जहां कभी मोहब्बत मुस्कुराती थी।

17 कभी हम उन रास्तों पर खुद को पाते हैं जिन्हें हम कभी उनके साथ चलने का सपना देखते थे।


18 अब उन्हीं रास्तों पर कदम रखते हुए डर लगता है—कहीं यादें फिर से हमारी सांसें न रोक लें।

19 दर्द को मिटाने की कोशिश करना ठीक वैसा ही है जैसे समंदर में बैठकर लहरों को रोकना चाहना।


20 वे आती हैं, छूकर चली जाती हैं,पर अपने साथ दिल की रेत पर बने नाम को भी मिटा ले जाती हैं।

21 कभी-कभी हम अंधेरे से नहीं डरते,हम डरते हैं उस रोशनी से जिसे देखकर दिल में उनकी यादें फिर जाग उठती हैं।


22 कितना अजीब है,जो कल तक हमारी दुनिया का सबसे खुशनुमा हिस्सा था,आज वही हमारी रातों का सबसे भारी साया बन चुका है।

23 लोग कहते हैं मोहब्बत भूल जाओ…काश यह उतना आसान होता जितना बोलना आसान है।


24 दर्द को भुलाना ऐसा है जैसे हवा को हाथों से पकड़ने की कोशिश करना।


25 वो कभी नहीं रुकती,और दिल कभी नहीं मानता कि वो चली गई है।

26 हम अंदर से टूटते जाते हैं,पर बाहर से मुस्कुराते हैं क्योंकि दुनिया दर्द नहीं समझती, सिर्फ चेहरे देखती है।


27 चेहरा शांत हो तो लोग समझते हैं सब ठीक है,पर उन्हें क्या पता कि कुछ जख्म ऐसे होते हैं जो कभी आवाज़ नहीं करते पर दिल हर धड़कन के साथ उनका एहसास महसूस करता है।


28 आज भी अगर किसी मोड़ पर वो मिल जाए,तो शायद दिल फिर से वही पुरानी धड़कन महसूस करै पर हम जानते हैं कि अब वो वक्त, वो पल और वो रिश्ता वापस कभी नहीं आएगा।

29 पर हाँ…टूटे हुए लोग भी जीते हैं।धीरे-धीरे,थोड़ा-थोड़ा,और शायद उम्मीद से भी ज्यादा मजबूत बनकर।


30 दर्द आज भी है, रहेगा भी…पर अब हम उसे छुपाना सीख रहे हैं।चुपचाप सहना सीख रहे हैं।और अपनी दुनिया को फिर से जीना सीख रहे हैं,क्योंकि जिंदगी कभी किसी एक इंसान पर रुकती नहीं,बस दिल को समझाने में समय लगता है।

तुझे कुछ कहना चाहते थे लेकिन तुम चले गये जो तुमे कहना था वो। अब किसी ओर को नहीं कह सकते 



Comments

Popular Posts